Friday 18 April 2014

तुम क्यो उदास हो...



दूर हो मुझसे परंतु ,फिर भी मेरे पास हो ,

ए मेरी जाँ ,तुम क्यो उदास हो

आवागमन तो नित्य है,
            संयोग है वियोग है,
तुम ही तो मेरी खास थी ,
            तुम ही तो मेरी खास हो;


दूर हो मुझसे परंतु ,फिर भी मेरे पास हो ,

ए मेरी जाँ ,तुम क्यो उदास हो

बारिश की फुलझड़ी से है ,
          चकोर को भला क्या काम ? 
शबनम की बूंद सी सदैव,
            तुम्ही मेरी प्यास हो;

दूर हो मुझसे परंतु ,फिर भी मेरे पास हो ,

ए मेरी जाँ ,तुम क्यो उदास हो


स्वप्न मे या जाग्रत ,
             क्षण् -क्षण् शनै -शनै ,
अनवरत जो बह रही है ,
            मेरी जीवन श्वास हो ;


दूर हो मुझसे परंतु ,फिर भी मेरे पास हो ,

ए मेरी जाँ ,तुम क्यो उदास हो

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